केसीसी लोन लिमिट | kcc loan limit per acre

केसीसी लोन लिमिट, KCC loan limit- किसान भाई आपके मन में यह हमेशा प्रश्न उठता होगा कि केसीसी हमें लोन का निर्धारण किस प्रकार होता है । कि हमें 1 एकड़ में या 1 हेक्टेयर में कितना लोन मिल सकता है तो आज के इस लेख में हम यह देखेंगे कि किसी की लोन का निर्धारण किस प्रकार होता है ।

किसान भाई किसी भी फसल के लिए जो रेट दिया जाता है उसका निर्धारण उस जिले में डीएम की अध्यक्षता वाले एक समिति जिसको डीएलटीसी यानी डिस्टिक लेवल टेक्निकल कमिटी कहते हैं ।इस समिति का काम जिले में फसल की उपज को देखते हुए केसीसी लोन कर्ज सीमा का निर्धारण करता है और बैंकों को निर्देश देता है कि आप इस सीमा पर ही किसानों को लोन देंगे।

बैंक द्वारा यह डाटा उनके कंप्यूटर में फीड किया जाता है । अब बैंक चाह कर भी उस निर्धारित सीमा से कम या ज्यादा पर लोन नहीं दे सकता. इस समिति का काम यह है कि वह किसानों को उचित ब्याज दर पर फसल के अनुरूप लोन की व्यवस्था करा सकें।

आमतौर पर यह देखा गया है कि केसीसी लोन तीन लाख तक दिया जाता है ऐसा जरूरी नहीं है कि केसीसी लोन सिर्फ तीन लाख तक ही मिल सकता है । यदि आप तीन लाख तक किसी सीन लोन लेते हैं तो आपको 4 से 7% तक ब्याज दर देना होता है लेकिन यदि आप तीन लाख से अधिक लोन लेना चाहते हैं तो आपका ब्याज दर 10% की दर से लागू होता है क्योंकि जब आप तीन लाख से अधिक केसीसी लोन लेते हैं तो सरकार यह मानती है । कि आप छोटे किसान नहीं है अब बड़े किसान हैं और आता आपको केसीसी वाले ब्याज दर का लाभ नहीं मिलता है आपको सामान्य ब्याज दर यानी 10% ब्याज दर पर लोन मिलता है।

तो किसान भाइयों अगर आप छोटे किसान हैं तो तीन लाख तक केसीसी लोन ले सकते हैं जिसमें 1 वर्ष के भुगतान पर 4% का ब्याज देना होता है और 1 वर्ष के बाद भुगतान करते हैं तो 7% ब्याज देना होता है।

केसीसी लोन लिमिट पर एकड़ | kcc loan limit per acre

केसीसी लोन लिमिट पर एकड़ | kcc loan limit per acre


किसान भाई आप यह जरूर सोच रहे होंगे कि 1 एकड़ में हमें कितना केसीसी लोन मिल सकता है तो आइए इसको हम उदाहरण के तौर पर समझते हैं।
किसान भाई जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है इसका निर्धारण डीएम द्वारा मिठाई गई समिति करती है. यह समिति या निर्धारित करती है। कि 1 एकड़ पर जो भी फसल गेहूं धान मक्का उगाई जाती है उस पर कितना खर्चा आता है यह खर्चा इसकी बुवाई से लेकर फसल को बाजार में बेचने तक खर्चा लगता है उसको जोड़कर बनाया जाता है आमतौर पर 1 फसल के लिए 9 महीने का समय लेकर यह ब्यौरा तैयार करती है।

किसान भाई हर जिले के लिए फसल के हिसाब से केसीसी लोन का निर्धारण अलग-अलग हो सकता है लेकिन एक आम तौर पर मोटा मोटी हिसाब देखा जाए तो केसीसी लोन 1 एकड़ पर इस प्रकार मिलता है।

धान 60,000

गेहूं 60,000

केसीसी लोन लिमिट पर एकड़ | kcc loan limit per acre

केसीसी लोन प्रति हेक्टेयर सीमा | kcc loan limit per hectare


किसान भाई बैंक हमेशा आपको एकड़ या बीघा के हिसाब से नहीं बल्कि हेक्टेयर के हिसाब से केसीसी लोन प्रदान करता है आमतौर पर यह देखा गया है कि यदि आपके पास 1 हेक्टेयर अर्थात ढाई एकड़ की भूमि है तो जिले द्वारा निर्धारित समिति द्वारा कुछ इस प्रकार केसीसी लोन मिलता है ।

  • धान 60,000
  • गेहूं 55000
  • आलू 125000
  • सब्जियां 70000

किस फसल के लागत के अलावा बैंक आपको मरम्मत हेतु 20% तथा तथा रखरखाव हेतु 10% का अतिरिक्त लोन देती है।

फसल की सीमा का मूल्य अलग-अलग जिलों में अलग-अलग हो सकता है।

उदाहरण के लिए यदि आप धान की फसल 1 हेक्टेयर यानी ढाई एकड़ भूमि में लगाते हैं तो आपको कुछ इस प्रकार लोन मिलेगा।

  • धान 60,000
  • मरम्मत हेतु राशि 12000
  • रखरखाव हेतु राशि 6000


तो इस प्रकार प्रथम वर्ष यदि आप एक हेक्टेयर धान के लिए लोन लेते हैं तो आपको कुल 60,000+ 12000+6000 =78000 का लोन मिलेगा ।

लेकिन बैंक सिर्फ आपको एक फसल के लिए लोन नहीं देती है हो सकता है आप एक से ज्यादा फसल भी लगाएं तो इस प्रकार अगली फसल का भी इसी प्रकार मूल्य निर्धारण होता है तो इस प्रकार आपको दो तीन फसलों के लिए एक साथ डेढ़ दो लाख का लोन मिल जाता है जो कि 5 वर्ष के लिए बनाई जाती है।

किसान भाई हम उम्मीद करते होंगे कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी समझ में आई होगी इस वेबसाइट पर हम किसान लोन से जुड़े अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा करते रहते हैं । आप हमारे और भी लेख नीचे पढ़ सकते हैं. बहुत-बहुत धन्यवाद जय जवान जय किसान।